हर व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में कुछ अच्छा हो पर यह अच्छा कैसे हो उसके लिए भी सोचना चाहिए । उदाहरण के तौर पर आप समझ सकते हैं कि जब आप बाजार जाते हैं और कोई चीज पसंद आ जाती है अगर आप उसकी कीमत चुका सकते हैं तो वह वस्तु आपका होगा मतलब वह खरीद सकते हैं। उसी तरह से अगर आप जीवन में खुशी और तरक्की चाहते हैं तो आपको भी उसकी कीमत चुकानी होगी। न्यूटन साहब के तीसरे नियम के तहत हम जानते हैं कि क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया होती है। उसी तरह से हमारा जीवन है जैसा हम करते हैं वैसा ही हम को मिलता है। अगर हम किसी को पैसा देंगे या सहायता करेंगे तभी हमें पैसा भी मिलेगा और सहायता भी मिलेगा। इसीलिए कहा जाता है कि हमेशा लोगों की सहायता करते रहना चाहिए। सहायता का मतलब सिर्फ आर्थिक मदद नहीं होती बल्कि आप किसी भी तरह से दूसरों की सहायता कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके साथ भी कुछ अच्छा होगा ऐसी धारणा है और कुछ लोगों का कहना है कि ऐसा होता भी है। आप अपने हृदय पर हाथ रख कर एक बार जरूर सोचिए कि पूरे 1 वर्ष में आपने कितने लोगों को आर्थिक या शारीरिक सहायता की है तो आपको एहसास होगा कि ऐसा आपने बहुत कम ही किया है। अगर आप चाहते हैं कि आपके साथ कुछ अच्छा हो तो एक बात तो मान लीजिए कि आपको भी कुछ अच्छा करना होगा तभी आपके साथ और अच्छा होगा